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Thursday, 21 July 2022

Labour Laws & Act (99 MCQ with Answer)

Labour Laws & Act (99 MCQ with Answer) 

मजदूरी भुगतान कानून- 1936

प्र.1

मजदूरी भुगतान कानून किस वर्ष प्रभाव में आया।

उत्‍तर

(अ)

1945

(ब)

1948

(द)

(स)

1954

(द)

1936

प्र.2

मजदूरी भुगतान कानून का उद्देश्‍य निम्‍न में से कौनसा है ।

उत्‍तर

(अ)

उद्योगों में कार्यरत निश्चित श्रेणी के कर्मचारियों की शिक्षा सुनिश्चित करना ।

(ब)

उद्योगों में कार्यरत निश्चित श्रेणी के कर्मचारियों को त्‍वरित व नियमित वेतन का भुगतान सुनिश्चित करना

(ब)

(स)

मजदूरों को विदेश भेजना

(द)

विशेष वर्ग के कर्मचारियों को उद्योगों में भर्ती करना

प्र.3

मजदूरी भुगतान कानून उन उद्योगों पर लागू होता है, जहां 12 माह में किसी भी दिन ........या अधिक मजूदरों ने काम किया हो

उत्‍तर

(अ)

5

(ब)

10

(स)

(स)

20

(द)

15

प्र.4

मजदूरी भुगतान कानून उन कर्मचारियों पर लागू होता है, जिनकी मासिक आय रू. ......से अधिक न हो।

उत्‍तर

(अ)

6500

(ब)

10000

(अ)

(स)

7000

(द)

15000

प्र.5

मजदूरी का क्‍या अर्थ है ।

उत्‍तर

(अ)

सभी प्रकार के भत्‍ते, जो उद्योगों में कर्मचारियों को देय है, जो धन के रूप में न हो ।

(ब)

सभी प्रकार के पारिश्रमिक जो मजदूर/कर्मचारी को उनके काम के बदले दिया जात है ।

(ब)

(स)

उद्योगों में कार्यरत मजदूरों को उनके काम के बदले दिया जाने वाला आवास व भोजन

(द)

मजदूरों को काम के बदले दिया जाने वाला पुरस्‍कार

प्र.6

मजदूरी में निम्‍न में से कौनसा शामिल नहीं है।

उत्‍तर

(अ)

भविष्‍य निधि में अंशदान व ग्रेच्‍यूटी

(ब)

यात्रा भत्‍ता व आवास हेतु दी जाने वाली छूट

(द)

(स)

पेंशन कोष में दिया जाने वाला अंशदान

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.7

मजदूरी भुगतान कानून में मजदूरी अवधि कौन तय करता है ।

उत्‍तर

(अ)

मजदूर

(ब)

मजदूर यूनियन

(स)

(स)

नियोक्‍ता

(द)

उपरोक्‍त में से कोई नहीं

प्र.8

मजदूरी अवधि किसी भी मामले में .......से अधिक नहीं होगी ।

उत्‍तर

(अ)

एक माह से

(ब)

दो माह से

(अ)

(स)

एक वर्ष से

(द)

छह माह से

प्र.9

मजदूरी का भुगतान किस रूप में किया जाता है ।

उत्‍तर

(अ)

अन्‍न के रूप में

(ब)

वस्‍त्र के रूप में

(स)

(स)

प्रचलित मुद्रा के रूप में

(द)

आवास व्‍यवस्‍था के रूप में

प्र.10

मजदूरी भुगतान किया जाएगा, केवल।

उत्‍तर

(अ)

कार्य दिवसों के लिए

(ब)

अवकाश दिवसों के लिए

(अ)

(स)

कार्य व अवकाश मिलाकार सभी दिवसों के लिए

(द)

अनुपस्थित अवधि के लिए

प्र.11

जहां एक हजार से कम व्‍यक्ति कार्यरत हो वहां मजदूरी का भुगतान, भुगतान अवधि समापत होने के कितने दिनों के भीतर किया जाना चाहिए।

उत्‍तर

(अ)

15

(ब)

12

(द)

(स)

5

(द)

7

प्र.12

जहां एक हजार से अधिक व्‍यक्ति कार्यरत हो वहां मजदूरी का भुगतान, भुगतान अवधि समापत होने के कितने दिनों के भीतर किया जाना चाहिए।

उत्‍तर

(अ)

 10

(ब)

5

(अ)

(स)

2

(द)

7


 

प्र.13

यदि किसी नियोक्‍ता द्वारा किसी मजदूर का रोजगार समाप्‍त किया जाए तो उसे हटाने के कितनों दिनों के भीतर उसकी मजदूरी का भुगतान करदिया जाना चाहिए।

उत्‍तर

(अ)

30 days

(ब)

48 hrs.

(ब)

(स)

7 days

(द)

6 months

प्र.14

मजदूरी भुगतान कानून के अनुसार निर्धारित/अनुसूचित किसी भूल या दुर्व्‍यवहार पर क्‍या कार्यवाही की जाती है।

उत्‍तर

(अ)

परिनिंदा की जाती है

(ब)

चेतावनी दी जाती है

(स)

(स)

जुर्माना लगाया जाता है

(द)

कोई कार्यवाही नहीं की जाती है

प्र.15

मजदूरी भुगतान कानून में जुर्माना लगाने हेतु क्‍या शर्त है।

उत्‍तर

(अ)

जुर्माने से पूर्व कारण बताओ नोटिस जारी करना होगा।

(ब)

दुव्‍यर्वहार या नियमों का उल्‍लंघन करतेही बगैर अवसर दिए ही जुर्माना लगाया जाता है।

(अ)

(स)

जुर्माना मौखिक आदेश पर लगाया जाता है।

(द)

जुर्माना किस्‍तों में काटा जा सकता है।

प्र.16

मजदूरी भुगतान कानून के अनुसार जुर्माना राशि की दर क्‍या निर्धारित है।

उत्‍तर

(अ)

एक रूपए पर ५० पैसा

(ब)

एक रूपए पर एक रूपए

(स)

(स)

एक रूपए पर ३ पैसा

(द)

एक रूपए पर १० पैसा

प्र.17

नियमों का उल्‍लंघन करने पर कितने समय में जुर्माना वसूल किया जा सकता है।

उत्‍तर

(अ)

१०० दिनों के भीतर

(ब)

छह माह तक

(द)

(स)

एक वर्ष तक

(द)

नब्‍बे दिनों के भीतर

प्र.18

उद्योगों में कार्यरत किस तरह के कर्मचारी से जुर्माना वसूला नहीं जा सकता ।

उत्‍तर

(अ)

तकनीशियन से

(ब)

पन्‍द्रह वर्ष से कम के कामगार से

(ब)

(स)

महिला सुरक्षाकर्मी से

(द)

पर्यवेक्षक से

प्र.19

जो जुर्माना, कर्मचारियों से लिया जाता है, उसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।

उत्‍तर

(अ)

उद्योगों के प्रचार प्रसार के लिए

(ब)

नए उपकरण खरीदने हेतु

(द)

(स)

नियोक्‍ता स्‍वयं उपयोग करता है

(द)

कर्मचारी कल्‍याण कोष में जमा किया जाता है

प्र.20

हानि व क्षति हेतु जो जुर्माना व कटौतियां की जाती है, उसका रिकॉर्ड रखने के लिए मजदूरी भुगतान कानून में क्‍या व्‍यवसथा है

उत्‍तर

(अ)

पंजिकाओं में इन्‍द्राज करना व अनुरक्षित रखना

(ब)

रिकॉर्ड की कोई व्‍यवस्‍था नहीं है

(अ)

(स)

सूचना पट्ट पर अंकित किया जाता है

(द)

कर्मचारी की दैनिक डायरी में अंकित कर दिया जाता है

प्र.21

मजदूरी भुगतान कानून में कितने प्रकार के अपकारों, भूलों व कुकृत्‍यों का उल्‍लेख है।

उत्‍तर

(अ)

5

(ब)

20

(द)

(स)

50

(द)

10

प्र.22

मजदूरी भुगतान कानून में निम्‍न में से कौनसा अपकार शामिल है।

उत्‍तर

(अ)

आदेशों की अवज्ञा

(ब)

अनुशासन भंग

(द)

(स)

कार्य के दौरान मदिरापान

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.23

मजदूरी भुगतान कानून में कितने प्रकार की अधिकृत कटौतियों का उललेख है।

उत्‍तर

(अ)

18

(ब)

15

(अ)

(स)

5

(द)

50

प्र.24

निम्‍न में कौनसी अधिकृत कटौती है।

उत्‍तर

(अ)

आयकर कटौती

(ब)

कर्मचारी द्वारा स्‍वेच्‍छा से लिखित में सूचित कटौती

(द)

(स)

जुर्माना

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.25

मजदूरी भुगतान कानून के अनुसार सामान्‍यत: किसी कर्मचारी के मासिक वेतन के अधिकतम कितने प्रतिशत तक कटौती की जा सकती है।

उत्‍तर

(अ)

25%

(ब)

40%

(द)

(स)

10%

(द)

50%

प्र.26

सहकारी संस्‍थाओं में किए जाने वाले भुगतान को मिलाकर किसी कर्मचारी के मासिक भुगतान से अधिक कितने प्रतिशत तक की कटौती की जा सकती है।

उत्‍तर

(अ)

50%

(ब)

75%

(ब)

(स)

15%

(द)

45%

प्र.27

मजदूरी भुगतान कानून में कितने प्रकार के नोटिस बोर्डों का उल्‍लेख है।

उत्‍तर

(अ)

5

(ब)

6

(स)

(स)

4

(द)

10

प्र.28

मजदूरी भुगतान कानून में निम्‍न में से कौनसे डिस्‍प्‍ले बोर्ड का उल्‍लेख नहीं है।

उत्‍तर

(अ)

मजदूरी अवधि बोर्ड

(ब)

अपकार व भूलों की सूची

(द)

(स)

मजूदरी भुगतान तिथि का बोर्ड

(द)

समयोपरि भत्‍ते की गणना का बोर्ड

प्र.29

मजदूरी भुगतान कानून में विलम्‍ब, अभुगतान व अनधिकृत कटौती करने पर कितन रू……..की न्‍यूनतम शास्ति का प्रावधान किया गया है।

उत्‍तर

(अ)

500

(ब)

1500

(ब)

(स)

2000

(द)

3000

प्र.30

अधिकतम कितने रूपए ......की शास्ति का प्रावधान है, यदि कर्मचारी की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया हो या अनधिकृत कटौती की गई हो।

उत्‍तर

(अ)

10000

(ब)

5000

(स)

(स)

7500

(द)

15000

प्र.31

कौनसा मंत्रालय द्वारा मजदूरी भुगतान कानून की अनुपालना का निरीक्षण किया जाता है।

उत्‍तर

(अ)

वित्‍त

(ब)

रक्षा

(द)

(स)

मानव संसाधन

(द)

श्रम

प्र.32

मजदूरी भुगतान कानून में कितने प्रकार के रजिस्‍टरों का उल्‍लेख किया गा है, जिनका अनुरक्षण करना प्रत्‍येक उद्योग के लिए अनिवार्य है।

उत्‍तर

(अ)

10

(ब)

5

(द)

(स)

25

(द)

3

प्र.33

मजदूरी भुगतान कानून में कौनसे रजिस्‍टर का अनुरक्षण किया जाना अनिवार्य है।

उत्‍तर

(अ)

जुर्माने का रजिस्‍टर

(ब)

क्षति व हर्जाने की कटौती का रजिस्‍टर

(द)

(स)

कार्यस्‍थल पर मजदूरी का रजिस्‍टर

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.34

किसकी सिफारिश पर मजूदरी भुगतान कानून पारित हुआ।

उत्‍तर

(अ)

रेग कमेटी

(ब)

फेयर वेजेज कमेटी

(स)

(स)

रॉयल कमीशन

(द)

श्रम राष्‍ट्रीय आयोग

प्र.35

मजदूरी भुगतान कानून के अनुसार मजदूरी का भुगतान किस रूप में नहीं किया जा सकता।

उत्‍तर

(अ)

नकद में

(ब)

वस्‍तु में

(ब)

(स)

चैक द्वारा

(द)

सीधे बैंक खाते में जमा

प्र.36

मजदूरी भुगतान में निम्‍न में से कौनसी अधिकृत कटौती है।

उत्‍तर

(अ)

ई.एस.आई. एक्‍ट में अंशदान

(ब)

कर्मचारी भविष्‍य निधि में अंशदान

(द)

(स)

लॉन व अग्रिम की कटौती

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.37

निम्‍न में से कौनसी कटौती अधिकृत नहीं है।

उत्‍तर

(अ)

प्रधानमंत्री राहत कोष हेतु अंशदान

(ब)

रजिस्‍टर्ड ट्रेड यूनियन की सदस्‍यता शुल्‍क

(स)

(स)

शेयर मार्केट में शेयर खरीदने के उद्देश्‍य

(द)

रजिस्‍टर्ड सहाकारी संस्‍था को देय भुगतान

प्र.38

मजदूरी भुगतान कानून के अनुसार निम्‍न में से किस कर्मचारी पर जुर्माना अधिरोपित नहीं किया जाएगा।

उत्‍तर

(अ)

महिला कर्मी

(ब)

पचास वर्ष से अधिक का कर्मचारी

(स)

(स)

पन्‍द्रह वर्ष से कम के व्‍यक्ति पर

(द)

अनिश्चित कर्मचारी पर

प्र.39

मजजूदरी भुगतान कानून पूर्व में किस नाम से जाना जाता था।

उत्‍तर

(अ)

वैधानिक बिल

(ब)

मजदूरी बिल

(स)

(स)

विकली पेमेन्‍ट बिल

(द)

उपरोक्‍त में से कोई नहीं

प्र.40

मजदूरी भुगतान कानून पारित होने की सही तिथि निम्‍न में से कौनसी है।

उत्‍तर

(अ)

23.04.1936

(ब)

28.03.1937

(अ)

(स)

25.04.1937

(द)

27.04.1936

प्र.41

कौनसी तिथि को मजदूरी भुगतान कानून प्रभावी रूप से लागू हुआ।

उत्‍तर

(अ)

23.04.1925

(ब)

28.03.1940

(द)

(स)

23.04.1936

(द)

28.03.1937

प्र.42

मजदूरी भुगतान कानून की कौनसी धारा के अधीन वेतन से कटौती की जाती है।

उत्‍तर

(अ)

5

(ब)

15

(स)

(स)

7

(द)

10


 

प्र.43

मजदूरी भुगतान कानून की कौनसी धारा में लॉन की रिकवरी का प्रावधान है।

उत्‍तर

(अ)

12A

(ब)

9

(अ)

(स)

17

(द)

11

प्र.44

कौनसी धारा में शेष सेवा से कटौती का प्रावधान है।

उत्‍तर

(अ)

12A

(ब)

9

(द)

(स)

7

(द)

11

प्र.45

कौनसी धारा में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने पर कटौती का प्रावधान है।

उत्‍तर

(अ)

12A

(ब)

9

(ब)

(स)

7

(द)

11

 

न्‍यूनतम मजूदरी कानून- 1948

प्र.1

न्‍यूनतम मजदूरी कानून 1948 की किस धारा में मजदूरी की परिभाषा है।

उत्‍तर

(अ)

6

(ब)

2H

(ब)

(स)

3F

(द)

10

प्र.2

मजदूरी की दृष्टि से पूरे देश को कितने भागों में बांटा गया है।

उत्‍तर

(अ)

5

(ब)

7

(अ)

(स)

3

(द)

15

प्र.3

श्रम मंत्रालय द्वारा निर्धारित मजदूरी दरों को महाप्रबन्‍धक कितने प्रतिशत बढ़ा सकते है।

उत्‍तर

(अ)

5%

(ब)

7%

(द)

(स)

35%

(द)

33 1/3%

प्र.4

श्रम मंत्रालय द्वारा निर्धारित मजदूरी दरों को मंडल रेल प्रबन्‍धक कितने प्रतिशत बढ़ा सकते है।

उत्‍तर

(अ)

20%

(ब)

35%

(अ)

(स)

10%

(द)

33 1/3%

प्र.5

न्‍यूनतम मजदूरी कानून के अनुसार कितने दिनों को एक माह के रूप में मान लिया जाता है।

उत्‍तर

(अ)

30 days  

(ब)

26 days

(ब)

(स)

41 days

(द)

29 days

प्र.6

न्‍यूनतम मजदूरी कानून के अनुसार एक व्‍यस्‍क व्‍यक्ति के प्रतिदिन कार्य के घंटे हैं।

उत्‍तर

(अ)

8

(ब)

9

(ब)

(स)

12

(द)

10

प्र.7

एक अव्‍यस्‍क व्‍यक्ति के प्रतिदिन कार्य के घंटे निर्धारित किए गए हैं।

उत्‍तर

(अ)

6

(ब)

8

(स)

(स)

4.5

(द)

7

प्र.8

न्‍यूनतम मजदूरी कानून के अनुसार एक व्‍यस्‍क व्‍यक्ति के साप्‍ताहिक कार्य के घंटे अधिकतम होंगे।

उत्‍तर

(अ)

50

(ब)

48

(ब)

(स)

54

(द)

60

प्र.9

न्‍यूनतम मजदूरी कानून के अनुसार शिकायत करने की समयावधि है।

उत्‍तर

(अ)

एक माह के भीतर

(ब)

तीन माह के भीतर

(द)

(स)

दस माह के भीतर

(द)

छह माह के भीतर

प्र.10

न्‍यूनतम मजदूरी कानून के अन्‍तर्गत निर्धारित दरों को कितने समय में समीक्षा की जानी जरूरी है।

उत्‍तर

(अ)

दो वर्ष में एक बार

(ब)

तीन वर्ष में एक बार

(स)

(स)

पांच वर्ष में एक बार

(द)

ऐसा को ई निर्धा‍रण नहीं है।

प्र.11

न्‍यूनतम मजदूरी कानून किस वर्ष लागू हुआ।

उत्‍तर

(अ)

1950

(ब)

1948

(ब)

(स)

1960

(द)

1938

प्र.12

न्‍यूनतम मजदूरी कानून का उद्देश्‍य निम्‍न में से कौनसा नहीं है।

उत्‍तर

(अ)

मजदूरी की न्‍यूनतमक दरें निर्धारित करना

(ब)

कर्मचारियों के हितों का ध्‍यान रखना

(द)

(स)

न्‍यूनतम मजदूरी को रिवाईज कर भुगतान करना

(द)

अप्रेन्टिस की न्‍यूनतम दरों को निर्धारित करना

प्र.13

न्‍यूनतम मजदूरी कानून निम्‍न में से किस पर लागू होता है।

उत्‍तर

(अ)

शिड्यूल कर्मचारियों पर

(ब)

रोजगार कार्यालय पर

(अ)

(स)

प्रथम अधिसूचना पर

(द)

तृतीय अधिसूचना पर

प्र.14

अप्रोप्रिएट गवर्नमेंट का अर्थ,अधिसूचित रोजगार के सम्‍बन्‍ध में क्‍या है।

उत्‍तर

(अ)

केन्‍द्र सरकार

(ब)

रेलवे प्रशासन

(द)

(स)

राज्‍य सरकार

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.15

शिड्यूल के कौनसे पार्ट में अप्रोप्रिएट सरकार मजदूरी की न्‍यूनतम दरें तय करना उल्‍लेखित है।

उत्‍तर

(अ)

पार्ट –।

(ब)

पार्ट ।।

(ब)

(स)

उक्‍त दोनों

(द)

कोई नहीं


प्र.16

मजदूरी में क्‍या शामिल नहीं है।

उत्‍तर

(अ)

HRA

(ब)

TA

(द)

(स)

PF

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.17

यदि कोई तिथि निर्धारित नहीं है तो नोटिफिकेशन जारी होने की तिथि से कितने समय के भीतर यह दरे लागू होंगी।  

उत्‍तर

(अ)

7 days

(ब)

15 days

(द)

(स)

1 माह

(द)

3 माह

प्र.18

M.W.Act, 1948  में जो कमेटी बनाई जाती है, उसमें कौन शामिल होते हैं।  

उत्‍तर

(अ)

आधे नियोक्‍ता आधे कर्मचारी

(ब)

एक तिहाई नियोक्‍ता एक तिहाई यूनियन सदस्‍य

(स)

(स)

१/३नियोक्‍ता, १/३ कर्मचारी १/३ स्‍वतंत्र सदस्‍य

(द)

१/३नियोक्‍ता, १/३ कर्मचारी १/३ स्‍वतंत्र निर्देंशक

प्र.19

केन्‍द्रीय मंत्रणा बोर्ड का चैयरमैन कौन होगा।

उत्‍तर

(अ)

नियोक्‍ता का प्रतिनिधि

(ब)

कर्मचारीका प्रतिनिधित्‍व

(स)

(स)

स्‍वतंत्र व्‍यक्ति

(द)

केन्‍द्र सरकार

प्र.20

M.W.Act, 1948  के अनुसार, रिकॉर्ड व रजिस्‍टर का अनुरक्षण करनसा किसकी जिम्‍मेदारी है।  

उत्‍तर

(अ)

चार्टर्ड अकाउन्‍टेंट

(ब)

कम्‍पनी सेक्रेटरी

(द)

(स)

कलेक्‍ट

(द)

नियोक्‍ता

प्र.21

M.W.Act, 1948  का उल्‍लंघन करने पर शास्ति क्‍या है।

उत्‍तर

(अ)

500 रूपय या एक माह की कैद या दोनों              

(ब)

1000 रूपय या एक माह की कैद या दोनों          

(द)

(स)

500 रूपय या 6 माह की कैद या दोनों                 

(द)

1000 रूपय या 6 माह की कैद या दोनों               



श्रमिकों के हर्जाने का कानून (E.C.Act.,1924)

प्र.1

W.C.Act का पूरा नाम क्‍या है। 

उत्‍तर

(अ)

वर्क चार्ज एक्‍ट

(ब)

वुमैन कम्‍पलेट एक्‍ट

(स)

(स)

वर्कमैन्‍स कम्‍पेनसेशन एक्‍ट

(द)

इनमें से कोई नहीं

प्र.2

सातवे वेतन आयोग में W.C.Act का नया नाम क्‍या रखा गया है।

उत्‍तर

(अ)

एम्‍प्‍लॉईज कम्‍पेन्‍सेशन एक्‍ट

(ब)

इम्‍प्‍लॉईज एक्‍ट

(अ)

(स)

लेबर कम्‍पेनसेशन एक्‍ट

(द)

होल वर्कर कम्‍पेन्‍सेशन एक्‍ट

प्र.3

कामगार क्षतिपूर्ति कानून कब लागू हुआ है।

उत्‍तर

(अ)

1 अप्रेल, 1925

(ब)

1 जुलाई, 1922

(द)

(स)

1 दिसम्‍बर, 1929

(द)

1 जुलाई, 1924

प्र.4

W.C.Act. की अनुपालना हेतु किसे मुख्‍य जिम्‍मेदार बनया है।

उत्‍तर

(अ)

कर्मचारी को

(ब)

नियोक्‍ता को

(ब)

(स)

यूनियन को

(द)

इनमें से कोई नहीं


 

प्र.5

W.C.Act. का मुख्‍य उद्देश्‍य क्‍या है।

उत्‍तर

(अ)

कामगार की मृत्‍यु या दुर्घटना पर उसके या उसके परिवार के प्रति नियोक्‍ता को अपनी जिम्‍मेदारी निभाने हेतु पाबन्‍द करना

(ब)

हड़ताल नहीं करना

(अ)

(स)

कर्मचारी को शिक्षित करना

(द)

यूनियन को बल देना

प्र.6

W.C.Act.1924 के बाद कितनी बार संशोधित हुआ।

उत्‍तर

(अ)

5 बार

(ब)

3 बार

(स)

(स)

2 बार

(द)

7 बार

प्र.7

W.C. Act. 1924 में क्षतिपूर्ति के भुगतान का आधार क्‍या है।

उत्‍तर

(अ)

दुर्घटना के समय कामगार की आयु व वेतन का प्रतिशत

(ब)

दुर्घटना के समय कामगार की आयु

(अ)

(स)

दुर्घटना के समय कामगार की सेवा अवधि

(द)

उपरोक्‍त में से कोई नहीं

प्र.8

कामगार क्षतिपूर्ति कानून किस पर लागू नहीं है।

उत्‍तर

(अ)

सभी रेल सेवकों पर

(ब)

रेलवे में कार्यरत आकस्मिक श्रमिक

(द)

(स)

ठेकेदार के मजदूर जो रेल कार्य में हो

(द)

जिला प्रशासन द्वारा नियुक्‍त कर्मी एवं इस इस एक्‍ट की अनुसूची ।। में वर्णित कर्मचारी

प्र.9

कामगार क्षतिपूर्ति कानून निम्‍न में से किस वर्ग पर लागू होगा।

उत्‍तर

(अ)

अनुकम्‍पा पर नियुक्‍त होने से पूर्व प्रशिक्षणरत व्‍यक्ति

(ब)

रेलवे भर्ती बोर्ड व रेलवे भर्ती कक्ष से नियमित पद पर चयनित प्रशिक्षणरत व्‍यक्ति

(द)

(स)

अप्रेन्टिस एक्‍ट 1961 के अधीन रेलवे में प्रशिक्षणरत प्रशिक्षु

(द)

उपरोक्‍त सभी पर

प्र.10

कामगार की परिभाषा, रेलवे अधिनियम,1989 में कहां है।

उत्‍तर

(अ)

पैरा 32 का खंड 3

(ब)

पैरा 34 का खंड 2

(ब)

(स)

पैरा 30 का खंड 7

(द)

पैरा 17 का खंड 1

प्र.11

रेलवे में स्‍थायी रूप से प्रशासनिक कार्य में कार्यरत कर्मचारी पर यह कामगार क्षतिपूर्ति एक्‍ट लागू होता क्‍या यह कथन सही है।

उत्‍तर

(अ)

गलत है

(ब)

सही है

(अ)

(स)

आंशिक रूप से सही है

(द)

आंशिक रूप से गलत है ।

प्र.12

कामगार क्षतिपूर्ति एक्‍ट कब अधिसूचित किया गया ।

उत्‍तर

(अ)

1923

(ब)

1924

(अ)

(स)

1926

(द)

1936

प्र.13

W.C.Act. में कितनी अनुसूचिया है।

उत्‍तर

(अ)

2

(ब)

3

(स)

(स)

4

(द)

7

प्र.14

निम्‍न में से कौनसा मामला है, जिसे क्षतिपूर्ति भुगतान से बाहर रखा गया है।

उत्‍तर

(अ)

तीन दिन से कम की आंशिक अशक्‍तता

(ब)

शराब के नशे में हुई दुर्घटना, जिसमें मृत्‍यु नहीं हुई हो

(द)

(स)

कामगार की सुरक्षा हेतु बनाए गए नियमों की कामगार द्वारा जानबूझकर की गई अवहेलना, जिसमें मृत्‍यु न होई हो।

(द)

उपरोक्‍त सभी

प्र.15

W.C.Act. के अन्‍तर्गत निम्‍न में से कौन शामिल है।

उत्‍तर

(अ)

ट्रेक मैन्‍टेनर

(ब)

क्‍लर्क

(अ)

(स)

स्‍टेनोग्राफर

(द)

वरिष्‍ठ अनुभाग अधिकारी


प्र.16

W.C.Act. की अनुसूची । में किसका उल्‍लेख है।

उत्‍तर

(अ)

जीविकोपार्जन की क्षमता में आई कमीं का प्रतिशत

(ब)

श्रमिकों कीसूची जो कामगार की परिधि में आते हों

(अ)

(स)

व्‍यावसायिक बीमारियों की सूची

(द)

हर्जाने की राशि, जो कामगार के मासिक वेतन के आधार पर निर्धारित किया जाता है।


 

प्र.17

W.C.Act. की अनुसूची ।। में किसका उल्‍लेख है।

उत्‍तर

(अ)

जीविकोपार्जन की क्षमता में आई कमीं का प्रतिशत

(ब)

श्रमिकों की सूची जो कामगार की परिधि में आते हों

(ब)

(स)

व्‍यावसायिक बीमारियों की सूची

(द)

हर्जाने की राशि, जो कामगार के मासिक वेतन के आधार पर निर्धारित किया जाता है।

प्र.18

W.C.Act. की अनुसूची ।।। में किसका उल्‍लेख है।

उत्‍तर

(अ)

जीविकोपार्जन की क्षमता में आई कमीं का प्रतिशत

(ब)

श्रमिकों की सूची जो कामगार की परिधि में आते हों

(स)

(स)

व्‍यावसायिक बीमारियों की सूची

(द)

हर्जाने की राशि, जो कामगार के मासिक वेतन के आधार पर निर्धारित किया जाता है।

प्र.19

W.C.Act. की अनुसूची IV में किसका उल्‍लेख है।

उत्‍तर

(अ)

जीविकोपार्जन की क्षमता में आई कमीं का प्रतिशत

(ब)

श्रमिकों की सूची जो कामगार की परिधि में आते हों

(द)

(स)

व्‍यावसायिक बीमारियों की सूची

(द)

हर्जाने की राशि, जो कामगार के मासिक वेतन के आधार पर निर्धारित किया जाता है।

प्र.20

W.C.Act. की अनुपालना हेतु प्राधिकारी कौन होता है।

उत्‍तर

(अ)

श्रम आयुक्‍त

(ब)

कर्मचारी आयुक्‍त

(अ)

(स)

खान श्रमिक

(द)

कानून मंत्री

प्र.21

W.C.Act. में श्रम आयुक्‍त की नियुक्ति किसके द्वारा की जाती है।

उत्‍तर

(अ)

केन्‍द्र सरकार द्वारा

(ब)

राज्‍य सरकार द्वारा

(ब)

(स)

सहकारी संस्‍था द्वारा

(द)

उपरोक्‍त में से कोई नहीं

प्र.22

श्रम आयुक्‍त से नोटिस प्राप्‍त होने के ................दिनों के भीतर उन्‍हें विवरण भेजना जरूरी है।

उत्‍तर

(अ)

20

(ब)

25

(स)

(स)

30

(द)

180

प्र.23

दुर्घटना या मृत्‍यु के कितने दिवस के भीतर रिपोर्ट श्रम आयुक्‍त को भेजनी होती है।

उत्‍तर

(अ)

10

(ब)

15

(स)

(स)

7

(द)

30

प्र.24

क्षतिपूर्ति राशि, दुर्घटना के ३० दिनों के भीतर किसके पास जमा करानी होती है।

उत्‍तर

(अ)

श्रम आयुक्‍त

(ब)

पुलिस आयुक्‍त

(अ)

(स)

नगर निगम

(द)

नगर विकास न्‍यास

प्र.25

क्षतिपूर्ति का भुगतान नहीं किए जाने पर श्रम आयुक्‍त नियोक्‍ता के विरूद्ध क्‍या कायर्वाही कर सकता है।

उत्‍तर

(अ)

समझा सकता है।

(ब)

जुर्माना लगा सकता है।

(ब)

(स)

कुछ नहीं कर सकता।

(द)

दबाव डाल सकता है।

प्र.26

श्रम आयुक्‍त द्वारा कितना जुर्माना नियोक्‍ता पर लगाया जा सकता है।

उत्‍तर

(अ)

क्षतिपूर्ति राशि मय ब्‍याज के बराबर

(ब)

क्षतिपूर्ति राशि के बराबर

(स)

(स)

क्षतिपूर्ति राशि मय ब्‍यास का पचास प्रतिशत

(द)

क्षतिपूर्ति राशि मय ब्‍यास का तीस प्रतिशत

प्र.27

W.C.Act.  के अनुसार जुर्माना रिाश किसे प्राप्‍त होगी।

उत्‍तर

(अ)

पीडित व्‍यक्ति व उसके परिवारजन को

(ब)

आधी श्रम विभाग व आधी पीडित परिवार को

(अ)

(स)

श्रम विभाग को

(द)

कल्‍याण कोष को

प्र.28

मृत्‍यु की स्थिति में W.C.Act. के अनुसार मासिक वेतन के .......% का भुगतान गणना में लिया जाता है।

उत्‍तर

(अ)

40

(ब)

50

(ब)

(स)

60

(द)

80

प्र.29

स्‍थयी पूर्ण अशक्‍तता में W.C. Act. के अनुसार मासिक वेतन के .......% का भुगतान गणना में लिया जाता है।

उत्‍तर

(अ)

40

(ब)

50

(स)

(स)

60

(द)

80

प्र.30

तीन दिनों से अधिक अस्‍थायी अशक्‍तता पर मासिक वेतन के .......% का भुगतान गणना में लिया जाता है।

उत्‍तर

(अ)

40

(ब)

30

(द)

(स)

15

(द)

25


 

प्र.31

हर्जाने से –सम्‍बद्ध गुणज- का उल्‍लेख किस अनुसूची में किया गया है।

उत्‍तर

(अ)

अनुसूची । में  

(ब)

अनुसूची ।। में  

(द)

(स)

अनुसूची ।।। में  

(द)

अनुसूची IV में  

प्र.32

W.C. Act. में दुर्घटना घटित होन पर न्‍यूनतम कितने गवाहों के बायान लिया जाना जरूरी है।

उत्‍तर

(अ)

5

(ब)

10

(स)

(स)

2

(द)

3

प्र.33

पूर्ण बहरापन किस कोटि की अशक्‍तता है।

उत्‍तर

(अ)

स्‍थायी पूर्ण

(ब)

स्‍थायी आंशिक

(अ)

(स)

अस्‍थायी आंशिक

(द)

इनमें से कोई नहीं

 

 

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